आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर हुआ सेमिनार
रायपुर आईसीएआई (Cआईसीएएसए) और मेट्स यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्रिप्टोक्यूरेंसी, स्टॉक मार्केट निवेश और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के विभिन्न क्षेत्रों में संभावनाएं” विषय पर कार्यक्रम मेट्स यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम, पंडरी में आयोजित किया गया, जिसमें यूनिवर्सिटी और सीए के 150 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
मेंट्स यूनिवर्सिटी के वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. उमेश गुप्ता ने कहा कि यह अपने आप में अनोखा कार्यक्रम है, जो पहली बार आईसीएआई के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि यह छात्रों को उभरते हुए क्षेत्रों और दुनिया भर में हो रहे परिवर्तनों को समझने में सहायता करेगा।
सीआईसीएएसए के अध्यक्ष सीए रवि जैन ने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार छात्रों को यह समझने में मदद करते हैं कि बदलते परिवेश में ऑडिट पेशे का कैसे विस्तार होता है।
कार्यक्रम समन्वयक सीए मोहित अग्रवाल ने बताया कि वाणिज्य के क्षेत्र के छात्र चार्टर्ड अकाउंटेंसी को करियर विकल्प के रूप में अपना सकते हैं, जहाँ वे न केवल ऑडिटर या टैक्स विशेषज्ञ बन सकते हैं, बल्कि उद्यमी, उद्योगपति और फंड मैनेजर के रूप में भी उभर सकते हैं और देश की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान दे सकते हैं।
तकनीकी वक्ता सीए ऋद्धि जैन और सीए शरद कंकाणी ने संपत्ति निर्माण के लिए निवेश विकल्पों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभावी उपयोग पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में मेट्स यूनिवर्सिटी के फैकल्टी सदस्य और आईसीएआई की छात्र शाखा के सदस्य उज्जवल, यामिनी और अन्य ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।